विस्तृत जानकारी
परमात्मा ने इन्सानों के लिए बनाई है यह धरती
Nirankari Baba Hardev Singh Ji |
दमी दिमाग ही ऐसा आनिकारक है, जिसरण हथियार भी खतरनाक बन जाते हैं और उनका इस्तेमाल विनाश फैलाता है।
अगर दिमागों में से यह विषैलापन दूर हो जाये, विष के स्थान पर अमृत आ जाये तो निश्चय ही विनाश का सामान होते हुए भी ये हानिकारक नहीं हो पायेंगे जो शुद्ध भावनाओं से वंचित है, जो लालसाओं में, खुदगर्जियों में पड़े हुए हैं।
जो भूल जाते हैं कि यह धरती, परमात्मा ने बनाई है और इस एक धरती पर ही सभी इन्सानों को पैदा किया है।
आज खोज चल रही है, दूसरे ग्रहों पर जीवन की लेकिन यह तो इन्सान एक अरसे से जान चुका है कि इस धरती पर जो इन्सान पैदा हुए हैं, वे और कहीं देखने को नहीं मिल रहे हैं। यह धरती बहुत खूबसूरत है।
आज दूसरे ग्रहों पर जाते हैं, फोटो खींचते हैं। उन फोटो की तुलना जब इस धरती से करते हैं तो पता लगता है कि सभी में से यह धरती ही इतनी खूबसूरत बनाई गई है, इन्सानों के लिए इस सुन्दर धरती पर इन्सान के रूप में जन्म लेकर इन्सान ने क्या देन दी है इसे? यह विचार करना है।
इस खूबसूरती को बढ़ाना इसका कर्म था लेकिन इसमें खूबसूरती कम की, विनाश को बढ़ावा दिया। इसने इन्सान से भगवान बनना था लेकिन यह इन्सान से हैवान बन गया।
इस अमोलक जन्म की कद्र न करके यह स्वयं ही इसके नुकसान का कारण बन गया।
– सद्गुरु बाबा हरदेव सिंह जी