भावनाओं की सुन्दरता से मानवता Nirankari Baba Hardev Singh Ji Maharaj

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 भावनाओं की सुन्दरता से मानवता

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Nirankari Baba Hardev Singh Ji

हम इस जग की शोभा बन सकते हैं तो वाकई ये भावनाएं जो मानवता, करुणा वाली है, ये सुन्दरता प्रदान करती हैं।

इसका मतलब यह नहीं कि शोभा किसी बाग-बगीचे के कारण होनी है, या सुन्दर इमारतों के कारण होनी है, यह सुन्दरता जो स्थापित होगी संसार में, यह भक्ति भावनाओं के कारण होगी इसलिए हम खुद जब अपने आपको संवार लेते हैं तो हम संसार को भी सुन्दर रूप देने के लिए अपना योगदान देते हैं।

-निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज

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